

धान की फसल के आम घुसपैठिये
पूरे भारत के किसान अधूरे समाधानो के चक्र में फंसे हुए हैं – अधूरे समाधान, जो बिना पूरी सुरक्षा दिये संसाधनों को बर्बाद करते हैं।
पैदावार में समझौता
किसानों को सिर्फ आंशिक नियंत्रण मिलता है, जिसके कारण पैदावार प्रभावित होती है।
हाथ से खरपतवार की चुनाई
पाँच साल में मज़दूरी का खर्च 40% बढ़ा देता है। थकाने वाला काम, जो लगातार महँगा होता जा रहा है और अप्रभावी है।

खेती की वर्तमान प्रक्रियाएँ
“चार अधूरे स् टार्स”
देर से उपाय करना
नुकसान शुरू होने के बाद खरपतवार के नियंत्रण के उपाय करना, मतलब हारी हुई बाज़ी खेलना।
कई बार छिड़काव
बार-बार उपचार, जो समस्या की जड़ तक पहुंचे बिना बजट को बढ़ाता है। किसानों को अक्सर 2-3 खरपतवारनाशकों का छिड़काव करना पड़ता है, जिससे खर्च ₹1500-2000/एकड़ बढ़ जाता है और नतीजे अच्छे नहीं मिलते।

आपके खेत को हक़ है एक स्टार का

अल्टेयर पेश करते हैं धान की खरपतवारनाशक टेक्नोलॉजी में एक नई क्रांति, जिसे 8 सालों के अनुसंधान के बाद मिशान केमिकल्स, जापान ने विकसित किया है।

प्रतिरोधी खरपतवारों पर भी नियंत्रण, हरी भरी धान की फ़सल, सुनिश्चित पैदावार।

पुराने विकल्पों से अलग, अल्टेयर मिट्टी में एक सुरक्षा कवच तैयार करता है, जो नई अघि तक खरपतवार को उगने नहीं देता।

खास तौर पर धान की खेती की प्रणालियों के लिए निर्मित, जिसमें सीधे बोये जाने वाले धान और सीधी धान का समावेश है।

पूरे स्टार वाला समाधान
पूरी सुरक्षा के लिये

पहले दिन से नियंत्रण:
अल्टेयर का सुरक्षित कवच छिड़काव के बाद तुरंत काम करने लगता है और उसी हुई खरपतवार पर नियंत्रण की जगह खरपतवार को उगने से रोकता है।

लंबे समय तक सुरक्षा:
एक छिड़काव 40-50 दिनों तक लगातार सुरक्षा देता है, जिसमें फसल की पैदावार बढ़ाने की पूरी महत्वपूर्ण अवधि शामिल है।

मजदूरी की बचत:
खरपतवार चुनने वाले मजदूरों की जरूरत 80% तक कम करता है ताकि संसाधनों का ज्यादा लाभकारी इस्तेमाल किया जा सके।

पैदावार में सुधार:
खेत के परीक्षण में साधारण खरपतवार प्रबंधन प्रक्रियाओं के मुकाबले पैदावार में 15-20% तक की स्थिर बढ़त देखी गई है।


तकनीकी विवरण
हालांकि ALTAIR अधिकांश प्रमुख धान की खरपतवारो ं को नियंत्रित करता है, लेकिन अत्यधिक संक्रमित क्षेत्रों में स्थायी सायज जैसी खरपतवारों के लिए अतिरिक्त रणनीतियों की आवश्यकता हो सकती है।
उत्पाद का नाम
अल्टेयर (ALTAIR)
सक्रिय तत्व
मैटसुलफ्यूरॉन 33% डब्ल्यूजी
उपयोग की फसल
धान
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उपयोग की मात्रा
160 ग्राम प्रति एकड़
पैकेजिंग
80, 160 ग्राम
उत्पाद श्रेणी
शाकनाशी (Herbicide)

उपयोग हेतु सिफारिशें
स्टार परफॉर्मेंस की राह


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उपयोग का समय:
धान की रोपाई के 0-3 दिन पर अल्टेयर का इस्तेमाल देता है खरपतवारों पर प्रभावी नियंत्रण।

मात्रा:
160 ग्राम प्रति एकड़

मुख्य कदम:
खरपतवार सक्रिय करने के लिये छिड़काव के बाद 7-10 दिन तक 2-3 सेंटीमीटर तक पानी बनाए रखें।

प्रयोग की विधि :
160 ग्राम अल्टेयर का इस्तेमाल प्रति एकड़ में धान के खेत में या बालू, अधपका खाद के साथ मिला कर करें।
जाँच-परखा परफॉर्मेंस
खेतों में सिद्ध, किसानों द्वारा प्रमाणित

धान उगाने वाले मुख्य राज्यों में संचालित 500 से ज्यादा खेत प्रदर्शन में खरपतवार पर 95% से अधिक नियंत्रण पाया गया है।

10,000 से ज्यादा किसानों ने फील्ड डेज़ और प्रदर्शन कार्यक्रमों के दौरान अल्टेयर के प्रदर्शन को खुद देखा है।

तीसरे पक्ष के परीक्षण पुष्टि करते हैं कि अल्टेयर साधारण खरपतवारनाशकों के मुक़ाबले 30-40% ज़्यादा लंबे समय तक नियंत्रण देता है।

अल्टेयर द्वारा खरपतवार नियंत्रण
खेतों में सिद्ध, किसानों द्वारा प्रमाणित
धान उगाने वाले मुख्य राज्यों में संचालित 500 से ज्यादा खेत प्रदर्शन में खरपतवार पर 95% से अधिक नियंत्रण पाया गया है।







उत्पाद वीडियो
भारत भर के किसान आधे-अधूरे उपायों के चक्र में फंसे हुए हैं – ऐसे आंशिक समाधान जो बिना पूरी सुरक्षा दिए संसाधनों की बर्बादी करते हैं।
किसान अनुभव
हमारी बातों पर नहीं, देखिए हमारे किसानों ने ALTAIR के बारे में क्या कहा है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
कोई सवाल है? हमारे पास हैं जवाब। अगर आपके पास कोई और प्रश्न हैं, तो बेझिझक हमें ईमेल करें: info@altair.co.in
मेटाजोसल्फ्यूरॉन 33% डब्ल्यूजी.
प्रति एकड़ 160 ग्राम।
रोपाई के 0-3 दिनों के भीतर। बेहतर खरपतवार नियंत्रण के लिए प्रारंभिक छिड़काव करने की सिफारिश की जाती है।
रेत के साथ मिलाकर 20 किलो प्रति एकड़ छिड़काव करें एवं कम से कम 150 लीटर पानी के साथ स्प्रे करें।
अल्टेयर का स्टॉक सोल्यूशन 1 लीटर पानी में तैयार करें और फिर इसे 20 किलो रेत के साथ अच्छी तरह मिलाएँ। इसके बाद इसे खेत में समान रूप से फैलाएं। इसे 30 मिनट तक रखें ताकि यह सूख जाए, फिर मुख्य खेत में समान रूप से फैलाएं।
हाँ
1 - 2 इंच
न्यूनतम 7-10 दिन तक खेत में पानी खड़ा रहना चाहिए।
क्षेत्रों में किए गए परीक्षणों के अनुसार, अल्टेयर जिन खरपतवारों को नियंत्रित कर सकता है वे हैं: इचिनोकोलिया कॉलोनम / क्रसगैल्ली, साइपरस डि फॉर्मिस, साइपरस इरिया, इक्लिप्टा अल्बा, मार्सीला क्वाड्रीफोलिया, लुडविगिया पार्विफ्लोरा, मोनोकोरिया वैजिनालिस।
कोदों घास, दूब घास
साइरपस (हरी मिश्रित घास)
सभी परीक्षण मध्यम से भारी मिट्टी में किए गए थे। दोनों परिस्थितियों में जैव-प्रभावकारिता में कोई अंतर नहीं देखा गया है।
30-45 दिनों तक। उचित रूप से प्रबंधित खड़े पानी की स्थिति में खरपतवारों का पुनः अंकुरण नहीं देखा गया है।
नहीं।
हाँ। अल्टेयर से उपचारित खेत में किसान की पारंपरिक विधि की तुलना में बेहतर हरियाली के रूप में फसल की अच्छी बढ़वार देखी गई है।
अल्टेयर का प्रदर्शन बाजार में उपलब्ध मानकों जैसे प्रीटिलाक्लोर, पायराजोसल्फ्यूरॉन, बेंसल्फ्यूरॉनमेथाइल + प्रीटिलाक्लोर की तुलना में बेहतर है।
अल्टेयर पौधों में एसेटोलैक्टेट सिंथेस (ALS) की गतिविधि को रोककर काम करता है। यह वेलाइन, ल्यूसीन, और आइसोल्यूसीन जैसे अमीनो एसिड्स के निर्माण को रोकता है, जो कोशिका निर्माण के लिए आवश्यक होते हैं। इससे जड़ों में कोशिका विभाजन रुक जाता है, जिससे खरपतवार मर जाता है।
नहीं। हमारे परीक्षणों में हमने अगले फसल पर कोई प्रभाव नहीं देखा है।
नीला
99 दिन
एकल आवेदन प्री-इमर्जेंस (पूर्व अंकुरण) के रूप में।

संपर्क करें
४०१ - ४०२, लुसा टावर, आज़ादपुर कमर्शियल कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली - ११००३३
+९१ - ११ - २७६७९७००-०४ (५ लाइनें)